नस चढ़ने पर तेज और दर्दनाक दर्द: जानें कारण और समाधान

हेल्थ डेस्क। नस चढ़ना या तंत्रिका में जकड़न एक आम लेकिन बेहद कष्टदायक समस्या है, जो आज के दौर में तेजी से बढ़ रही है। इसे मेडिकल भाषा में ‘न्यूरोपैथी’ या ‘नर्व कॉम्प्रेशन’ भी कहा जाता है। नस चढ़ने पर अक्सर तेज और दर्दनाक दर्द महसूस होता है, जो शरीर के प्रभावित हिस्से में सनसनी, झुनझुनी, झटकने या सूजन के रूप में भी प्रकट हो सकता है।

नस चढ़ने के कारण

1 .विटामिन की कमी: खासकर विटामिन बी-12 की कमी नसों को कमजोर कर सकती है।

2 .पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी होने पर भी नस चढ़ने के समस्या हो सकती हैं।

3 .अस्थि रोग: जैसे कि साइनोसिस, रूमेटॉयड अर्थराइटिस आदि, जो नसों को प्रभावित करते हैं।

4 .शारीरिक चोट या दबाव: चोट लगने, अत्यधिक भारी सामान उठाने या गलत तरीके से बैठे रहने से नस पर दबाव पड़ता है।

5 .गलत मुद्रा और जीवनशैली: लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना, गलत पोजीशन में सोना या बैठना। नसों को प्रभावित करता हैं। इससे नस चढ़ने की समस्या हो सकती हैं।

नस चढ़ने का सुरक्षित इलाज और बचाव

1 .डॉक्टरी सलाह: अगर दर्द लगातार बना रहे तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

2 .दवाइयां: डॉक्टर की सलाह से दर्द निवारक और सूजन कम करने वाली दवाइयां लें।

3 .फिजियोथेरेपी: मांसपेशियों को मजबूत बनाने और नसों पर दबाव कम करने के लिए नियमित व्यायाम और फिजियोथेरेपी जरूरी है।

4 .जीवनशैली में बदलाव: सही मुद्रा अपनाएं, नियमित रूप से हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें, और वजन नियंत्रित रखें।

5 .संतुलित आहार: विटामिन बी-12, मैग्नीशियम और कैल्शियम से भरपूर आहार लें। साथ ही भरपूर पानी का भी सेवन करें।

6 .गर्म सिकाई: प्रभावित जगह पर गर्म पानी की थैली लगाने से दर्द में राहत मिलती है। अगर फिर भी दर्द लगातार बना रहे और दिन-ब-दिन बढ़ रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले।

0 comments:

Post a Comment