ऐसे में कुछ प्राकृतिक जूस नियमित रूप से सेवन करने से बच्चेदानी की सफाई, पोषण और कार्यक्षमता को बेहतर बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे 5 सुपर हेल्दी जूस के बारे में जो बच्चेदानी के लिए किसी अमृत से कम नहीं हैं:
1. एलोवेरा और आंवला जूस
एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिटॉक्स गुण होते हैं, जो गर्भाशय की सफाई में मदद करते हैं। वहीं आंवला विटामिन C से भरपूर होता है जो इम्यून सिस्टम और हार्मोन संतुलन को बेहतर बनाता है। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में 20 ml एलोवेरा और 10 ml आंवला जूस मिलाकर पिएं।
2. अनार का जूस
अनार आयरन और एंटीऑक्सिडेंट्स का बेहतरीन स्रोत है। यह रक्त की कमी को दूर करता है और बच्चेदानी की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। मासिक धर्म में अधिक खून जाने से थकान रहती है, जिसे यह जूस भरपूर ऊर्जा देकर दूर करता है।
3. चुकंदर का जूस
चुकंदर में आयरन, फोलिक एसिड और नाइट्रेट्स होते हैं, जो गर्भाशय में रक्त संचार को सुधारते हैं। यह गर्भधारण की संभावनाओं को भी बेहतर बनाता है। चुकंदर में गाजर मिलाकर सेवन करने से इसका स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाते हैं।
4. गाजर का जूस
गाजर विटामिन A और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है, जो हार्मोन संतुलन और पीरियड्स को नियमित करने में मदद करती है। यह गर्भाशय की आंतरिक परत को पोषण देने का काम भी करती है।
5. मेथी और तुलसी का हर्बल जूस
मेथी के बीजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गर्भाशय की सूजन कम करने में सहायक होते हैं। तुलसी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल तत्व संक्रमण से रक्षा करते हैं। इन दोनों का संयोजन बच्चेदानी को शुद्ध और मजबूत बनाता है।
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